Shambhavi Mahamudra (शांभवी महामुद्रा) योग की ही एक मुद्रा है। यह योग उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो आपनी भावनाओं व क्रोध के अलावा अपने मन और शरीर को नियंत्रित करना चाहते हैं। शांभवीर महामुद्रा की ध्यान तकनीक आपके लिए उर्युक्त हो सकती है। इसको करने से आपका स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है साथ ही मानसिक तनाव से भी मुक्त हो जाते हैं।
इस मुद्रा को सही प्रकार से करने के लिए आपकोे इसका लगातार किसी जानकार योग शिक्षक के संरक्षण में अभ्यास करना चाहिए। इस लेख में हम आपको शांभवी महामुद्रा के लाभ के साथ ही इसको कैसे करना चाहिए के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं तो आइये शुरू करते हैं इस लेख को — क्या है शांभवी महामुद्रा और इसके लाभ, Shambhavi Mahamudra in Hindi, Shambhavi Mudra कैसे करते है
शांभवी महामुद्रा क्या है ? — What is Shambhavi Mahamudra?
शांभवी महामुद्रा कई प्रकार की श्वास तकनीकों को मिलाकर बनाई गई एकीकृत तकनीक है। इस मुद्रा में स्वामी पतंजली द्वारा बताये गये विभिन्न योग शामिल हैं। विशेषक कर यह मुद्रा श्वास में आधारित है। यह आपकी श्वास लेने की क्षमता को बढ़ाने के साथ ही श्वास को साध्ने में आपकी सहायता करता है।
अगर आप इस योग को अच्छी प्रकार से कर लेते हैं तो यह आपकी सभी ज्ञानेन्द्रियों को खोलने में मदद कर सकती है। इसी कारण ये यह मुद्रा आपको कई प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं से निजात दिलाने में मदद कर सकती है।
यदि आप शांभवी महामुद्रा (Shambhavi Mahamudra) को सही प्रकार से कर लेते हैं तो यह आपको ऊर्जा से परिपूर्ण कर देती है और आपकी ऊर्जा को सही तरह से प्रयोग करने में भी मदद करती है। अगर ऐसा नहीं होता है तो आपकी ऊर्जा की कोई निश्चित दिशा न होने से यह बेकार हो जाती है और आपको इसका नुकसान होता और आप जल्द ही थकने लगते हैं।
इसको इस प्रकार से समझते हैं जैसे जब आप किसी भी वस्तु या चीज को ध्यान से देख रहे होते हैं तो इसमें भी आपकी ऊर्जा नष्ट होती है। किसी ध्वनी को सुनने या किसी वस्तु को देखने में भी आपकी ऊर्जा खर्च होती है। इस प्रकार धीरे—धीरे आपकी ऊर्जा नष्ट हो जाती है और आप इसका सही प्रकार से उपयोग नहीं कर पाते हैं।
मगर जब आप शांभवी महामुद्रा का प्रयोग करते हैं तो आपकी ऊर्जा को एक सही दिशा मिल जाती है और यह केवल जरूरी जगह पर ही खर्च होती है। जिससे यह बेकार में खर्च न होकर उन्हीं जगह खर्च होती है जहां आप चाहते हैं। जिससे हमारे शरीर की ऊर्जा बरकरार रहती है। इससे हमें कई प्रकार के लाभ होते हैं।
शांभवी महामुद्रा कैसे करें ? How to do Shambhavi Mahamudra?
आगे इस लेख में जानते है। शांभवी महामुद्रा को कैसे कर सकते हैं। नीचे हमने इसको सही प्रकार से करने की पूरी विधि की जानकारी दी है जिससे आपको लाभ होगा —
- सबसे पहले आपको एक जगह और समय का चयन करना है जब आपको इसका अभ्यास करना होगा।
- अब आप पद्मासन, सिद्धासन या फिर सुखासन जैसी किसी भी ध्यान मुद्रा में बैठें जिसको आप आसानी से कर सकते हैं। अब उंगलियां ज्ञान मुद्रा में ले जाये और अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें।
- आगे आपको इस मुद्रा में अपनी दोनों भौंहों के बीच में ध्यान लगाने का अभ्यास करना है इसके अतिरिक्त आपका ध्यान कहीं और नहीं होना चाहिए।
- इसके आगे आपका भौंहों के केंद्र में दो घुमावदार रेखा जो एक प्रकार से ‘वी’ का आकार बनाते हैं को देख पायेंगे। अब आप उसी वी-आकार की रेखा के निचले भाग के केंद्रीय बिंदु पर आंखों को एकाग्र करें। इस स्थिति को तब तक बनाये रखें जब तक आप रख सकें।
- अब आप अपनी आंखों को आराम दें और इसे पूर्व की सामान्य स्थिति में ले आऐं। कुछ समय के विश्राम के पश्चात आप इसे पुन: करें। ऐसा करने से आप धीरे—धीरे अधिक समय तक इसे बनाए रख सकते हैं।
- इस योग को करते समय इसका विशेष ध्यान रखें की आप अपनी सांसों को सामन्य रखें। जब आप शांभवी महामुद्रा में आगे बढ़ते हैं तो आपकी सांसे धीमी हो सकती हैं और आप एक गहरी अवस्था की ओर जाते हैं जिसमें ध्यान मुद्रा अजना चक्र सक्रिय होता है।
शांभवी महामुद्रा के लाभ — Benefits of Shambhavi Mahamudra
इस मुद्रा की विधि को जानने के बाद आपको इससे होने वाले लाभों के बारे में भी जानना चाहिए आगे के लेख में यह इससे होने वलो लाभों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं —
- शांभवी महामुद्रा शारीरिक लाभ के साथ ही आपकी आंखों के स्नायुओं तंत्रो को भी मजबूत करने का कार्य करती है। यह आपकी एकाग्रता को बढ़ाती है।
- यह मुद्रा आज्ञा चक्र को जगाती है। यहां यह बताते चले कि आज्ञा चक्र उच्च एवं निम्न चेतना को आपस में जोड़ने वाला केंद्र है। जिससे आप अपनी ध्यान की अवस्था को नियंत्रण कर सकते हैं।
- Shambhavi Mahamudra आपके मन को शांत रखने में मदद करता है जिससे आप किसी भी प्रकार के तनाव से मुक्त रह सकते हैं।
- शांभवी महामुद्रा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है।
- अगर आप नियमित रूप से शाम्भवी क्रिया करते हैं तो आपकेे शरीर में सूजन को कम करने वाले तत्वों की मात्रा बढ़ने लगती है। जिससे आपको शरीर में होने वाली सूजन से मुक्ति मिल सकती है।
- यह मुद्रा आपके शरीर एवं मस्तिष्क के बीच में संतुलन बनाने में मदद करती है। जिससे आप अपनी ऊर्जा का सही प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं।