खून पतला करने के उपाय | Khoon Patla Karne Ke Upay

Khoon Patla Karne Ke Upay-खून गाढ़ा हो जाए तो पतला कैसे करें जानने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि आंखिर खून को पतला करने की जरूरत क्यों पड़ती है।

खून हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है जिसके बिना हमारा जीवन ही न हो।

हमारे शरीर में खून का होना ही काफी नहीं है बल्कि उसका ठीक होना भी जरूरी है।

हमारे शरीर में उपस्थित रक्त की स्थिति ठीक नहीं है तो अर्थात अगर वह स्वस्थ अवस्था में नहीं है हमारे लिए कई प्रकार की समस्यायें पैदा कर सकता है।

कई ऐसी स्थिति पैदा हो जाती हैं जिससे हमारे शरीर में उपस्थित रक्त गाड़ा हो जाता है। इस गाड़े रक्त को पतला करने के लिए कई प्रकार के उपाय अपनाने पड़ते हैं।

खून के गाड़े होने से हमारे शरीर में खून के थक्के बनने का खतरा रहता है जिससे हमें हार्ट अटैक जैसी कई बिमारियां होने का खतरा रहता है।

कई आयुर्वेदिक, घरेलू व भोज्य पदार्थो से भी खून को पतला किया जा सकता है तथा खून के थक्के जमने से रोका जा सकता है।

हम इस लेख में खून को पतला करने के उपायों(blood patla karne ke upay) के बारे में जानेंगे।

गाढ़े खून को पतला करने के उपाए-Khoon Patla Karne Ke Upay

1.फाइबर युक्त भोजन करें

खून पतला करने के लिए कौन सी चीज खाएं?

खून को शुद्ध रखने के लिए हमें नियमित तौर पर फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। 

इससे पाचन शक्ति तो अच्छी रहती ही है साथ ही खून भी साफ रहता है। गाजर, ब्रोकली, ब्राउन राइस, मूली, शलजम, सेब को अपने नियमित भोजन में शामिल करना चाहिए।

2.पसीना आना जरूरी

खून को साफ रखने और गाढ़ा होने से रोकने के लिए हमारे शरीर से पसीना निकलना जरूरी होता है। इसके लिए हमें योगा एवं एक्सरसाइज करना जरूरी होता है।

3. हल्दी

हल्दी में औषधीय गुण प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं।

हल्दी के औषधीय गुण हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार हल्दी में कुरकुमिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण खून के थक्कों को बनने से रोकने के लिए प्लेटलेट के तौर पर कार्य करता है।

इसलिए हल्दी के सेवन से हमारे शरीर में उपलबध खून के थक्के बनने की संभावनायें कम हो जाती है।

4. अदरक

अदरक में सेलिसिलेट पाया जाता है जो कई पौधों में भी उपलबध होता है।

सेलिसिलेट से एसिटाइल सेलिसिलिक एसिड, उत्पन्न होते हैं जिसे एस्पिरिन भी कहा जाता है।

यह दर्द या स्ट्रोक की रोकथाम में मदद करा है। 

अदरक में शरीर की सूजन कम करके मांसपेशियों को आराम दिलाने का गुण होता है।

इसी कारण से  आप अदरक को भी खून को पतला करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

5. मछली व मछली का तेल

मछली में प्रचूर मात्रा में ओमेगा-3, फैटी एसिड और डीएचए पाया जाता है।

जिसमें खून को पतला करने के साथ ही साफ रखने के गुण भी पाये जाते हैं।

मछली के तेल का सेवन कैप्सूल के रूप में किया जाता है। इसलिए मछली का तेल भी खून को पतला करने में मदद करता है।

6. केयेन मिर्च

केयेन मिर्च में खून को पतला करने के लिए सेलिसिलेट नामक तत्व पाया जाता है।

जिसका लाभ हमें खून को पतला करने में भी मिलता है। इसको खाने में भी प्रयोग किया जा सकता है।

खून को पतला करने के साथ यह ब्लड प्रेसर को सामन्य रखने में मदद करता है।

7. लहसुन

क्या लहसुन खून को पतला करता है?

लहसुन के औषधीय गुणों से तो सभी परिचित है ही।

लहसुन में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाये जाते हैं जो हमारे शरीर में फ्री रेडिकल को खत्म करने में सहायता करते हैं। 

इसके अलावा लहसुन रक्त को पतला करने में मदद करता है जिससे हमारा ब्लड प्रेसर सामन्य रहता है।

यदि आपको खून को पतला करने की आवश्यता पड़ती है तो आपको नियमित तौर पर लहसुन का सेवन करना चाहिए।

8. अंगूर

खून पतला करने के लिए कौन सा फल खाना चाहिए?

अंगूर में कई औषधिय गुण होते हैं। इसमें पाये जाने वाला स्कंदन गुण हमारे शरीर में रक्त के थक्के को बनने से रोकता है

अंगूर की उपरी सतह में रेस्वरेट्रॉल पाया जाता है जो कि खून में प्लेटलेट्स को एक साथ आने थक्का बनने से राकता है और खून को पतला बनाता है।

9. काला मशरूम

एशिया में पाये जाने वाला कुकुरमुत्ता अर्थात काला मशरूम हमारे शरीर में खून को गाड़ा होने से रोकता है व खून को पतला बनाने में मदद करता है।

काले मशरूम में एपस्थित एडिनोसिन के साथ ही अन्य पदार्थ भी पाये जाते हैं जो खून को पतला करने का कार्य करते हैं।

जिन्हें खून के गाड़े होने की शिकायत रहती हैं उन्हें काले मशरूम का सेवन करना चाहिए।

10.  जैतून का तेल

जैतून या आलिव आयल में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाये जाते हैं जो हमारे शरीर में मौजूद खून की प्लेटलेट्स के चिपचिपेपन को ठीक करने में मदद करता है।

वैज्ञानिक शोध के अनुसार रक्त की प्लेटलेट्स की झिल्लियों में जैतून के तेल में मौजूद आलिव अम्ल पाया गया जो खून में मौजूद थक्कों को कम करने में मदद करता है।

जैतून के तेल के प्रतिदिन उपयोग से हमारे हमारे खून को गाढ़ा होने से रोकने में मदद मिलती है।

जिससे खून में थक्का नहीं जम पाता है और हमें हृदय रोगों से मुक्ति मिल जाती है।

11. प्याज

प्याज को कच्चा या पकाकर खाने से रक्त के थक्कों में कमी आती है।

डॉक्टरों के अनुसार जिसे रक्त में थक्के जमने की परेशानी होती है तो उन्हें नियमित तौर पर अपने भोजन में प्याज का उपयोग करना चाहिए।

प्याज का उपयोग वसायुक्त भोजन के साथ करने से खून में थक्के को जमने से रोकने का गुण होता है।

12. लौंग

लौंग में अत्यधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाये जाते हैं जो रक्त में बनने वाले थक्कों को हटाने में मदद करता हैं लौंग एस्प्रिन से अधिक प्रभावशाली होता है।

लौंग में मौजूद यूजीनोल नामक पदार्थ खून को पतला करने में मदद करता है।

अगर किसी कारणवश खून के थक्के भी जम जाये तो वह उन्हें मूल रूप में लाने का काम करता है।

इन गुणों के कारण लौंग का प्रयोग हमें अपने भोजन में करना चाहिए।

13. पौष्टिक फल व सब्जियां

हमें ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए जिसमें विटामिन ‘सी’ की उच्च मात्रा के साथ ही फाईबर की भी अत्यधिक मात्रा पायी जाये।

यह दोनों खून में पैदा होने वाले थक्कों को रोकता है और खून को पतला बनाये रखता है।

जो लोग सब्जियों की कम मात्रा का सेवन करते हैं उन्हें अक्सर खून में थक्का जमने की परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अत: हमें उचित मात्रा में फल व सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिसमें मौजूद विटामिन सी और फाइबर थक्कों को नष्ट कर देते हैं।

14. ओट्स व नट्स

ओट्स व नट्स फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आपके शरीर से अतिरिक्त वसा, रसायनों और अवशिष्ट तत्वों को निकालने में मदद करता है।

साबुत अनाज, अलसी के बीज, जई और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों में अत्यधि मात्रा में फाइबर सामग्री हमारे शरीर में उपलबध रक्त कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करती है।

यह हमारे पेट को साफ रखता हैं जिससे हमारे शरीर में होने वाला कब्ज नहीं होता है और हमरे शरीर को साफ रखता है।

हमारा शरीर साफ तो हमारे शरीर में मौजूद खून भी साफ व पतला रहता है।

खून के गाढ़े होने से होने वाली परेशानियां —

अक्सर लोगों में ऐसी भावना होती है कि अगर उनका खून अधिक गाढ़ा है तो वह अन्य लोगों की अपेक्षा ज्यादा स्वस्थ्य हैं। मगर ऐसा नहीं होता है। अगर आपका खून जरूरत से ज्यादा गाढ़ा है तो आपको कई प्रकार की बिमारी हो सकती हैं।

रक्त से गाढ़ा होने से आपके शरीर में जगह—जगह खून के थक्के होने लगते हैं ऐसा होने से आपको ब्रेन स्ट्रोक एवं हार्ट की बिमारियों को खतरा बढ़ जाता है।

हमारे शरीर के हिस्सों को यदि सही प्रकार से कार्य करना है तो उन्हें आक्सीजन की जरूरत पड़ती हैं मगर अगर आपका खून गाढ़ा हो गया तो यह आक्सीजन को आपके शरीर के अंगों तक नहीं पहुंचा पाये जिससे वह सही प्रकार से कार्य नहीं कर पायेंगे। ऐसा होने से कई प्रकार की परेशानी पैदा हो सकती है।

वर्तमान में सही खानपान की कमी एवं ​खराब होती लाइफ स्टाइल के कारण शरीर में खून के गाढ़ा होने की समस्या बढ़ती जा रही है। ऐसा होने से युवा पीढ़ी में कई प्रकार के रोग उत्पन्न होते जा रहे हैं। अगर आपको रक्त गाढ़ा होने लगे तो उसके कुछ लक्षण हैं जो निम्न हैं — चक्कर आना, आपकी दृष्टि का धुंधला होना, अधिक मात्रा में मासिक रक्तस्राव होना, गठिया, हाई ब्लड प्रेसर, त्वचा में खुजली, सिरदर्द, गाउट की समस्या आदि।

खून के गाड़ेे होने से बहुत सी परेशानियां हो जाती है उनमें से कुछ लक्षण नीचे दिये गये हैं —

  • त्वचा की समस्यायें
  • हृदय के रोग
  • अक्सर बुखार का आना
  • शरीर के कोमल भागों में नील पड़ जाना
  • यूरिन की समस्या
  • सिर घूमना एवं चक्कर आना
  • चिड़चिड़ापन की समस्या
  • मानसिक तनाव का होे जाना
  • उल्टी होना
  • घबराट की शिकायत होना

खून पतला होने के नुकसान

खून पतला होना या रक्त दर कम होना शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कई तरह के नुकसान पैदा कर सकता है। यह एक सीरियस स्थिति हो सकती है, जो किसी बीमारी के चलते हो सकती है या शारीरिक समस्याओं का संकेत हो सकता है। निम्नलिखित कुछ नुकसान हो सकते हैं:

  1. एनीमिया (रक्त कमी): खून पतला होने के कारण एनीमिया विकसित हो सकती है, जिसमें रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होती है, जिससे शारीरिक शक्ति कम होती है और थकान बढ़ जाती है।
  2. कमजोरी: खून पतला होने से शारीरिक कमजोरी हो सकती है, जिससे आपकी दिनचर्या पर असर पड़ सकता है।
  3. शारीरिक सुरक्षा की कमी: अगर आपका रक्त पतला हो रहा है, तो यह आपकी शारीरिक सुरक्षा को भी प्रभावित कर सकता है, क्योंकि रक्त की कमी से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
  4. बीमारियों का बढ़ना: खून पतला होने से शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता कम हो सकती है, जिससे आपको बीमारियों का संक्रमण हो सकता है।
  5. चक्कर आना और थकान: खून की कमी के कारण चक्कर आने की समस्या और थकान हो सकती है।

यदि आपका खून पतला हो रहा है या आपको इससे संबंधित कोई समस्या हो रही है, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। चिकित्सक आपके स्वास्थ्य की जांच करेंगे और सही इलाज या उपाय प्राप्त करने के लिए सुझाव देंगे।

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