ज्वार के फायदे और नुकसान-Jowar Ke Fayde aur Nuksan in Hindi

Jowar Ke Fayde Aur Nukshan in Hindi-ज्वार को कम पानी वाली जगह में आसानी से उगाया जा सकता है।

इसको मोटे अनाज के नाम से भी जाना जाता है और इसकी कारण इसे इंसानों के अलावा जानवारों के चारे में रूप में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

पूरी दूनिया में इसकी कम से कम 10 से 12 तक की प्रजातियां पायी जाती है।

परन्तु इन सबसे में सिर्फ एक प्रजाति जिसको बायकलर (Sorghum bicolor) के नाम से जाना जाता है वह हमारे खाने के लायक होती है।

ज्वार से बनी रोटी हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होती है।

इसमें वह सारे पोषक तत्व पाये जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।

ज्वार में मिनरल, प्रोटीन, और विटमिन बी कॉम्प्लेक्स के साथ ही फाइबर की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।

इसके अलावा इसमें पोटेशियम, फॉस्फोरस, आयरन और कैल्शियम प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं।

गर्मी के मौसम में ज्वार से बने पेय पदार्थ हमें शीतलता प्रदान करते हैं।

ज्वार हमारे शरीर के लिए कई मायनों में लाभदायक होता है जैसे कफ और पित्त को शांत करता है।

शरीर को कार्य एवं रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है, हमारी थकान को दूर करता है।

वीर्य को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह शरीर की जलन, मोटापा, गैस, बवासीर को कम करने में मदद करता है।

इसके फल हमारे लिए पौष्टिक होने के साथ ही हमारे पाचन तंत्र को मजबूती देने वाले, खून साफ करने वाले तथा शरीर से कफ को बाहर निकालने वाले होते हैं।

इस लेख में हम ज्वार के बारे में जानेंगे साथ ही इससे होने वाले फायदों व नुकसान को भी बतायेंगे।

Table of Contents

ज्वार क्या है What is Jowar?

ज्वार के बीजों को को भूनकर खाया जाता है इसके अलावा ज्वार की जड़ को भी खाया जा सकता है जिसका स्वाद मीठा सा होता है।

यह पित्तविकार और प्यास को दूर करने में मदद करती है।

ज्वार के तने से मिलने वाली शक्कर पेट की जलन को खत्म कर देती है।

ज्वार के पौधे का तना कोमल होता है। सीधे खेत से तोड़ कर खाने पर यह तना गन्ने की तरह मीठा सा लगता है।

इसकी अनेक प्रजातियां उपलब्ध हैं। जिनमें से कुछ प्रजातियों का प्रयोग पशुओं के चारे में रूप किया जाता है।

इस फसल के पूर्ण रूप से तैयार होने का समय अगस्त व अक्टूबर के बीच का होता है।

इससे हमारे शरीर को सम्पूर्ण पौष्टिकता मिलती जाती है।

ज्वार को अलग—अलग भाषा में अलग—अलग नाम से जाना जाता है।

ज्वार का वैज्ञानिक नाम सॉरगम बाईकलर है। यह पोऐसी कुल का पौधा है।

इसे निम्न नामों से जाना जाता है —

  • अंग्रेजी में इसे ब्रूम कॉर्न, गुनीया कॉर्न, इण्डियन मीलेट, नाम से जानते हैं।
  • हिन्दी में जुआर, ज्वार, जुवार, जनेश, जुनहरी।
  • संस्कृत में जूर्ण, इक्षुपत्रक, यावनाल, तेलगू में जोन्नलू, जोन्नल।
  • तमिल में चोलं, चोन्नल।
  • गुजराती में जुवार , जुआर।
  • बंगाली में जुयारा, जोवार।
  • पंजाबी में जुनरी आदि नामों से जाना जाता है।

ज्वार के फायदे – Jowar ke fayde in hindi

1.ज्वार के हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदे – Jowar ke fayde for heart patients in hindi

ज्वार से उच्च मात्रा में फाइबर प्राप्त होता है।

जिससे शरीर में पैदा होने वाले खतरनाक कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद मिलती है और हमारा हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है।

साथ ही हमारी धमनियों को भी स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।

जिससे दिल के दौरा और स्ट्रोक जैसी खतरनाक स्थिति से मुक्ति मिलती है।

2.ज्वार के वजन कम करने के फायदे – Benefits of jowar in weight loss in hindi

अगर हमने अपने वजन को कम करना है तो हमारे खाने में फाइबर होना जरूरी हो जाता है क्योंकि फाइबर के कारण वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

ज्वार में फाइबर प्रचूर मात्रा में पाया जाता है।

इसके नियमित सेवन से आपका वजन नियंत्रित रहता है और आप मोटापा जैसी बिमारी से मुक्त रहते हैं।

3.ज्वार मासिक धर्म के दर्द को दूर करने में फायदेमंद – Jowar For Menstrual Pain in Hindi

महिलाओं में मासिक धर्म की समस्या में ज्वार काफी सहायक हो सकता है।

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को काफी दर्द का सामना करना पड़ता है।

इसमें राहत पहुंचाने के लिए ज्वार के बिजों को जलाकर छान लें और इसकी राख को 3 ग्राम मात्रा में लेकर पानी के साथ सुबह खाली पेट लेना चाहिए।

यह उपाय महिलाओं को अपने मासिक-धर्म शुरू होने से लगभग एक सप्ताह पहले ही कर लेना चाहिए और जब मासिक-धर्म शुरू हों तो इसका सेवन बंद कर दें इससे मासिक धर्म में होने वाली परेशानी का निदान हो जायेगा।

4.ज्वार के कैंसर में फायदे- Jowar health benefits for cancer in hindi

ज्वार में महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट पाये जाते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट्स विभिन्न प्रकार के कैंसर सहित एसोफैगल कैंसर के विकास की संभावना को काफी नियंत्रित या कम कर देते हैं।

एंटीऑक्सिडेंट हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद यौगिक हैं।

यह शरीर में पैदा होने वाले मुक्त कणों के प्रभाव को खत्मक कर देते हैं।

जो हमारी स्वस्थ्य कोशिकाओं को कैंसर की कोशिकाओं में बदलते हैं।

अत: इसके लिए हमें नियमित रूप से ज्वार का प्रयोग अपने भोजन के रूप में करना चाहिए जिससे हमें कैंसर जैसी बिमारी से लड़ने में मदद मिल पाये।

5.ज्वार के कब्ज को दूर करने के फायदे – Jowar Benefits For Constipation in Hindi

आजकल हर एक को कब्ज की परेशानी हो ही जाती है।

इसे लिए अगर आप ज्वार से बनी रोटी का सेवन करें तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगी क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर आपकी पाचन शक्ति को तो मजबूत करती ही है।

साथ ही आपके पेट को भी साफ करने में मदद करती है।

इसको अपने खाने में प्रयोग करने से कब्ज की समस्या से मुक्ति मिल सकती है।

6.ज्वार के मधुमेह कम कम करने में फायदे – Jowar benefits for diabetes in hindi

जब हमारे शरीर में ग्लूकोज का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है तो इस अवस्था में मधुमेह जैसी बिमारी पैदा होती है।

ज्वार के चोकर में टैनिन नामक पदार्थ पाया जाता है जो एक प्रकार का एंजाइम होता है जो शरीर द्वारा अतिरक्ति स्टार्च व ग्लूकोज के अवशोषण को नियंत्रित करता है।

जिससे हमारे शरीर में इंसुलिन और ग्लूकोज के स्तर संतुलित रहता है।

इससे मधुमेह के रोगियों में ग्लूकोज के स्तर में गिरावट होती है और मधुमेह का खतरा कम हो जाता है।

7.ज्वार के हड्डियों के लिए फायदे – Sorghum benefits for Bone in hindi

अक्सर हड्डियों का कमजोर होना बुढ़ापे में ही माना जाता है मगर वर्तमान में यह समस्या हर किसी को हो रही है।

इसका मुख्य कारण है हमारा खान—पान जिसमें हम पौषक तत्वों का ख्याल नहीं रखते हैं और फास्ट फूड की ओर ज्यादा जा रहे हैं।

हड्डियाँ कैल्शियम की कमी के कारण कमजोर होती हैं। इसका सरल एवं घरेलू उपाय है ज्वार।

इसमें प्रचूर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो कैल्शियम के अवशोषण को अत्यधिक बढ़ा देता है।

जिससे हमें हड्डियों से सम्बंधित बीमारियाँ होने का खतरा कम हो जाता है।

ज्वार खाने से हमें गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस में भी फायदा होता हैं।

वैसे तो यह बिमारी बुढ़ापे में होती हैं।

अत: ज्यादा उम्र वालों को विशेष रूप से ज्वार का सेवन करना चाहिए जिससे उनकी पाचन शक्ति तो बढ़ेगी ही साथ ही हड्डियां भी मजबूत होंगी और गठिया व आस्टियोपोरोसिस जैसी बिमारी से मुक्ति प्राप्त होगी।

8.ज्वार का लाल रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में फायदे – Jowar helps anemia in hindi

ज्वार में प्रचूर मात्रा में कॉपर के साथ ही आयरन भी पाया जाता है।

कॉपर शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है। जिसके कारण एनीमिया की बिमारी होने की सम्भावन कम होती है।

एनीमिया शरीर में लाल रक्त कणिकाओं अर्थात रक्त की कमी के कारण होती है।

अगर हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में कॉपर और आयरन हो तो लाल रक्त कोशिका के निर्माण में वृद्धि करते हैं और रक्त की कमी नहीं होने देते हैं।

अत: हमें ज्वार का सेवन नियमित तौर पर करना चाहिए जिससे हमें रक्त की कमी न हो और एनीमिय जैसी बिमारी होने का खतरा कम हो सके।

9.ज्वार का कील व मुहासों को हटाने में फायदे – Jowar Benefits For Acne in Hindi

यदि आप भी चेहरे में कील मुंहासों को लेकर परेशान हैं तो इसको दूर करने के लिए ज्वार के कच्चे दोनों को पीस कर उसमें कत्था व चूना जो आपको पान की दूकान से मिल जायेगा मिला लेना चाहिए और फिर से उस स्थान पर लगाना चाहिए जिस स्थान पर किल या मुंहासे हो।

कुछ समय तक लगाता प्रयोग करने से आपके कील—मुंहासे गायब हो जायेंगे।

10.ज्वार के एनर्जी बढ़ाने में फायदे – Sorghum for energy in hindi

ज्वार में पाया जाने वाला नियासिन, जिसे हम विटामिन बी 3 के रूप में भी जाना जानते हैं।

यह भोजन को ऊर्जा में बदल कर शरीर के प्रत्येक अंगों तक पहुंचाने में मदद करता है।

नियासिन पोषक तत्वों को ऊर्जा में मदद करने के साथ ही मेटाबोलाइज़ करके शरीर में ऊर्जा के स्तर सम्पूर्ण दिन स्थिर एवं नियंत्रिण बनाए रखने में सहायता करता है।

ज्वार के नियमित प्रयोग से यह हमारे शरीर में आवश्यक नियासिन की जरूरी को पूरा करता है।

अत: हमें इसका प्रयोग प्रतिदिन के भोजन में किसी न किसी रूप में करना ही चाहिए।

11.किडनी के रोग में ज्वार का उपयोग— Jowar Helps in Kidney Problem in Hindi

अगर आपको किडनी से सम्बन्धी रोग हैं तो आपको ज्वार का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।

इससे आपके किडनी के रोग ठीक हो सकते हैं।

किडनी के रोगों तथा गोनोरिया, पेशाब करने में दिक्कत जैसी परेशानियों के लिए 5-10 मिली ज्वार के तने के रस को पीना लाभदायक होता है।

ज्वार के नुकसान – Jowar ke nuksan in hindi

वैसे तो ज्वार के कोई नुकसान नहीं होते हैं पर कुछ सावधानियां जरूर रखनी चाहिए।

ज्वार की रोटी कमज़ोर पाचन तंत्र व वात पित्त के रोगियों को नहीं देनी चाहिए।

अगर फिर भी देना चाहें तो गुलकंद के साथ दें क्योंकि गुलकंद को मिलाकर ज्वार की रोटी को खाने से ज्वार के होने वाले नुकसान का खतरा नहीं रहता है।

फिर भी उन्हें ज्वार से बनी रोटी न दें। किसी—किसी को ज्वार के पहली बार खाने से एलर्जी हो सकती है।

अत: खाने से पहले इसको समिति मात्रा में खाकर देख लेना चाहिए।

ज्वार से होने वाले फायदों के सामने इससे होने वाले नुकसान बहुत ही कम हैं अत: हमें इसका सेवन करना चाहिए और अपने शरीर को स्वस्थ्य बना चाहिए।

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