Fenugreek Seeds in Hindi | मेथी के फायदे

Fenugreek Seeds in Hindi — भारतीय किचन में मेथी का प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है। इसका प्रयोग सब्जी में चाय में, खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ कई और प्रकार से करते हैं। दूसरी ओर आयुर्वेद में इसके कई फायदे हैं। आयुर्वेद में सदियों से मेथी के पत्ते और दानों औषधि के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।

इसके प्रयोग से रोगों से लड़ने व स्वास्थ्य को सही बनाए रखने में मदद मिलती है। हम इस लेख में आपको मेथी के दानों Fenugreek Seeds के बारे में पूरी जानकारी देंगे। इसके फायदों के साथ ही इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी बनायेंगे।

Table of Contents

मेथी क्या है? What is Fenugreek Seeds?

भारत में मेथी का प्रयोग सब्जी और जड़ी बूटी दोनों प्रकार से किया जाता है। मेथी के पत्तों व दानों दोनों का प्रयोग बड़े पैमाने में किया जाता है। यह अपने स्वाद एवं खुशबू के लिए भी जानी जाती है। कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं में मेथी का प्रयोग होता है।

भारत मेथी का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। मेथी की पत्तियों का प्रयोग सब्जी के लिए किया जाता है इसके बीजों से दवाई और मसालें तैयार होते हैं। घरेलू नुस्‍खों में रोगों के इलाज में भी मेथी का प्रयोग किया जाता है। यह पाचन तंत्र में होने वाले विकारों में काफी कारगर मानी जाती है इसकी  कारण से यह भारतीय रसाई में अक्सर मिल जाती है।

मेथी का प्रयोग इसकी तेज सुगंध व स्वाद के कारण कॉफी के विकल्प के रूप में किया जाता है। क्योंकि यह एक नॉन-कैफीनयुक्‍त होती है।

मेथी के पौष्टिक तत्व – Fenugreek Seeds Nutritional Value in Hindi

मेथी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं जो हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं। इन्हें हम नीचे एक टेबल के रूप में आपको बनाने जा रहे हैं। जिसमें पोषक तत्वों कीर मात्रा प्रति 100 ग्राम मेथी के दानों (Fenugreek Seeds in Hindi) में हैं।  

पोषक तत्वप्रति 100 ग्राम
ऊर्जा 323 g
प्रोटीन23.01 g
कार्बोहाइड्रेट58.35 g
फाइबर24.61 g
कैल्शियम176 mg
आयरन33.53 mg
मैग्नीशियम 190 mg
पोटैशियम770 mg
फास्फोरस296 mg
सोडियम67 mg
जिंक2.5 mg
मैंगनीज1.23 mg
सेलेनियम6.3 µg
विटामिन बी-60.6 mg
विटामिन3 µg
विटामिन— सी3 mg
थायमिन0.322 mg
फोलेट57 µg
फैटी एसिड1.46 g

मेथी की तासीर – Nature of Fenugreek Seeds in Hindi

मेथी दाने (Fenugreek Seeds) की तासीर गर्म होती है और इस कारण से इसका प्रयोग भोजन में कम मात्रा में किया जाता है। मेथी दाने की तासीर गर्म होती है इस कारण से इसका प्रयोग बहुत ही कम मात्रा में करें अधिक मात्रा में प्रयोग करने से यह आपके लिए हानिकारक हो सकती है इसका सीधा असर आपके पाचन तंत्र में पड़ सकता है।

मेथी के फायदे – Methi ke Fayde in Hindi

1. हृदय के लिए मेथी दाने के फायदे — Benefits of fenugreek seeds for the heart

जो व्यक्ति नियमित रूप से मेथी दानों (Fenugreek Seeds) का प्रयोग करता है उसको दिल का दौरे का खतरा बहुत कम होता है। इसकी कारण से दिल के बेहतर तरीके से कार्य कर सके इसके लिए मेथी का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। दिल का दौेरा तब पड़ता है जब हृदय की धमनियों में रुकावट पैदा हो जाती है। वहीं दूसरी ओर मेथी दोनों  आ जाती है। वहीं, मेथी के दाने इस स्थिति से बचाने में सक्षम हो सकते हैं।

2. वजन घटाने में मेथी दाने के फायदे — Benefits of fenugreek seeds in weight loss

अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो आपके लिए मेथी का प्रयोग करना लाभदायक हो सकता है।   मेथी में फाइबर की प्रचूर मात्रा पाई जाती है जिसके कारण हमें भूख कम लगती है। इससे हम अधिक भोजन नहीं करते हैं और वजन भी रहता है। इसके अलावा मेथी में पाये जाने वाला पॉलीफेनॉल्स शरीर में अतिरिक्त फैट को जमा होने रोकने का कार्य भी करते है। इसलिए अगर वजन कम करना है तो आपकेा मेथी का अपने भोजन में प्रयोग करना चाहिए।

3. मधुमेह में मेथी के लाभ — Benefits of fenugreek seeds in diabetes

मधुमेह के रोगियों को खाने का विशेष ध्यान रखना होता है। ऐसे में वह अपने नियमित भोजन में मेथी दानों को शामिल कर सकते हैं इससे उनको फायदो होगा। एक शोध में पाया गया है कि  मेथी दानों के सेवन से रक्त में शुगर की मात्रा को कम किया जा सकता है। यह टाइप-2 प्रकार के डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन प्रतिरोध को भी कम करने में मदद करता है। यह मेथी दानों में पाये जाने वाले हाइपोग्लिसेमिक गुण के कारण होता है।

4. कोलेस्ट्रॉल के लिए मेथी दानों के फायदे — Benefits of fenugreek seeds for cholesterol

अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगते तो इससे कई प्रकार की समस्याएं जन्म लेती हैं। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए मेथी दाने (Fenugreek Seeds) आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार मेथी के दानों में नारिंगेनिन नामक फ्लेवोनोइड पाया जाता है जो रक्त में लिपिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा मेथी दानों में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है जिससे उच्च कोलेस्ट्रॉल भी कम हो सकता है।

5. त्वचा के लिए मेथी के बीज के फायदे – Benefits of Fenugreek Seeds for Skin

मेथी दाने त्वचा के लिए बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं। इसमें पाये जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट एवं एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को फ्री-रेडिकल क्षति से बचाते हैं और त्वचा पर होने वाले बुढ़ापे के लक्षणों से भी मुक्ति दिलाने में सहायकता करते हैं। मेथी चेहरे की झुरियों,फोडे—फुन्सी, मुहासों, एक्जिमा व जली हुई त्वचा को भी करने करने में मदद करती है। मेथी के दाने त्वचा को मॉइस्चराइज कर पोषण प्रदान करते हैं।

6. अर्थराइटिस के दर्द में मेथी दोनों के फायदे — Benefits of fenugreek in the pain of arthritis

बढ़ती उम्र के साथ ही जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। जैसे—जैसे समय बढ़ता है यह हड्डियों का दर्द असहनीय होने लगता है। इस जोड़ों के दर्द को अर्थराइटिस कहते हैं। इसको ठीक करने के लिए मेथी के दाने fenugreek seeds एक रामबाण दवा है। इसको सदियों से प्रयो​ग किया जा रहा है। मेथी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो जोड़ों की सूजन को कम कर उसमें होने वाले अर्थराइटिस के दर्द में राहत दिलाता है।

7. कैंसर में मेथी के लाभ — Benefits of fenugreek in cancer

कैंसर एक खतरनाक बिमारी है। यह किसी को भी हो सकती है। इसके इलाज से बेहतर है इससे बचाव के उपायों को अपनाना इन्हीं उपायों में एक है मेथी बीजों (fenugreek seeds) का प्रयोग करना। एक रिसर्च के अनुसार मेथी दानों में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं जो हमसे कैंसर को दूर रखने में मदद कर सकते हैं। ​अगर किसी को पहले से ही कैंसर की समस्या है वह भी मेथी का प्रयोग कर सकता है परन्तु उसे बिना किसी देरी के किसी अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज करवाना चाहिए।

8. बालों के लिए मेथी के फायदे — Benefits of fenugreek for hair

मेथी का उपयोग कर आप अपने बालों को मजबूत बना सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार मेथी के दानों (fenugreek seeds in hindi) में प्रोटीन प्रचूर मात्रा पाई जाती है जो बालों के लिए बहुत जरूरी होती है। यह प्रोटीन बालों के झड़ने, गंजेपन और बालों का पतला होने के बचा सकती है।

9. सूजन को कम करने में मेथी दानों के लाभ — Benefits of fenugreek seeds in reducing inflammation

अगर आपको सूजन की समस्या रहती है तो आपके लिए मेथी बीज फायदेमंद हो सकते हैं। क्योंकि मेथी दानों में लिनोलेनिक और लिनोलिक एसिड होता है। एक शोध में पाया गया है जो यह एसिड है पेट्रोलियम ईथर के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गतिविधि होती है जिससे सूजन मुक्ति दिलाने में मदद करती है। इसी कारण से मेथी दाने के सूजन में लाभदायक है।

10. कान के बहने पर मेथी के औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Methika Seed to Treat Runny Ear in Hindi)

मेथी के औषधीय गुण कान के बहने को रोकने और इससे निजात पाने में मदद कर सकते हैं। मेथी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटीमाइक्रोबियल गुण कानों के संक्रमण से लड़ने में सक्षम होते हैं। यह जलन, संक्रमण, और इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकता है। मेथी के बीजों और पत्तियों को घिस कर बनाया गया पेस्ट या तेल कान में डालने से कान के बहने को रोकने में मदद मिलती है। तो, मेथी का उपयोग कान के बहने के उपचार के रूप में किया जा सकता है।

11. मेथी के औषधीय गुण से उल्टी पर रोक (Fenugreek Seed Benefits to Stop Vomiting in Hindi)

मेथी के औषधीय गुण उल्टी को रोकने में मदद कर सकते हैं। मेथी में पायी जाने वाली फाइबर, ऐंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण उल्टी को कम करने में सक्षम होते हैं। मेथी का प्रयोग उल्टी से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। आप मेथी के बीजों को पानी में भिगोकर रख सकते हैं और उस पानी को निकालकर पी सकते हैं। इसके अलावा, आप मेथी के पत्तों को ताजगी से पीसकर पेस्ट बना सकते हैं और उसे गर्म पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं। यदि उल्टी की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो सर्वश्रेष्ठ होगा कि आप एक चिकित्सक से परामर्श लें।

12. गोनोरिया रोग के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है मेथी (Benefits of Methika for Gonorrhea Treatment in Hindi)

गोनोरिया (यौन संचारित रोग) का उपचार करने के लिए मेथी को आयुर्वेदिक दवा के रूप में प्रयोग करना एक प्रचलित उपाय नहीं है। मेथी में ऐंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद हो सकते हैं, लेकिन इसे गोनोरिया जैसे बैक्टीरियल संक्रमण के उपचार के लिए आयुर्वेदिक दवा के रूप में सिद्ध करने का कोई साइंटिफिक प्रमाण नहीं है।

13. न्यूरो समस्याओं (तंत्रिका विकार) में मेथी का औषधीय गुण लाभदायक (Benefits of Methika to Cure Neurological Disorder in Hindi)

मेथी में मौजूद औषधीय गुण न्यूरो समस्याओं (तंत्रिका विकार) को संभालने और सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, और मिनरल्स मौजूद होते हैं जो न्यूरोन के स्वास्थ्य को बढ़ाने और तंत्रिका प्रणाली को स्थिर रखने में मदद कर सकते हैं। मेथी का सेवन स्मृति संबंधी समस्याओं, तंत्रिका संक्रमण, और न्यूरोडेजेनरेटिव बीमारियों में आराम प्रदान कर सकता है।

14. अर्थराइटिस (गठिया) के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है मेथी (Methika is Beneficial to Treat Arthritis in Hindi)

मेथी (फेनुग्रीक) गठिया (अर्थराइटिस) के आयुर्वेदिक उपचार में एक प्रमुख उपाय मानी जाती है। मेथी में पायी जाने वाली गुणकारी समग्री जैसे कि ऐंटीऑक्सीडेंट्स, ऐंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज, और प्रोस्टग्लैंडिन उत्पन्न करने वाले आपद्धि द्रव्यों का संग्रह होता है, जो गठिया से प्रभावित होने वाले जोड़ों की स्थिति को सुधार सकते हैं। मेथी के बीजों, पत्तियों, और मेथी के पानी का उपयोग गठिया के इलाज में किया जाता है। यह तंत्रिका विकारों के लिए संभवतः उपयोगी हो सकता है, लेकिन इससे पहले अपने आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होगा।

मेथी का उपयोग कैसे करें – How to use Fenugreek in Hindi

मेथी दाने की तासीर गर्म होती है इसक सीधे तौर पर सेवन करना नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए मेथी के दानों को कुछ देर के लिए पानी में भिगाने के बाद उपयोग करना चाहिए। (fenugreek seeds in hindi)

मेथी का उपयोग कैसे करें

  • मेथी दानों को कुछ देर तक मध्यम आंच पर भून कर इसे सलाद या सब्जी में डालकर प्रयोग किया जा सकता है।
  • एक चम्मच मेथी के दानों (fenugreek seeds) को एक गिलास पानी में रातभर के लिए भिगने के छोड़ दें। सुबह—सुबह इस पानी को खाली पेट सेवन कर सकते हैं।
  • मेथी के दानों को रातभर पानी में भिगने के लिए छोड़ दें फिर सुबह एक सूती कपड़े में बांध कर तीन से चार दिन के लिए छोड़ दें जब वह अंकुरित हो जाय तो इनका सुबह—सुबह सेवन कर सकते हैं।
  • मेथी दाने की चाय बनाकर भी इसका उपयोग किया जा सकता है। स्वाद के लिए इसमें शहद और नींबू को मिला सकते हैं।

मेथी के नुकसान – Methi ke Nuksan in Hindi

कोई भी चीज कितनी भी फायदेमंद हो पर उसकी अधिकता नुकसान ही पहुंचाती है। वैसे ही Fenugreek Seeds (मेथी दाने) की कई फायदे तो है पर इसका अधिक उपयोग करना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

  • मेथी दाने का अधिक मात्रा में सेवन ना करें क्योंकि इसकी तासिर गर्म होती है जिससे आपको  दस्त एवं उबकाई हो सकती है।
  • अगर आपको एलर्जी की दिक्कत रहती है तो मेथी के उपयोग से पहले इसके कुछ दानों का प्रयोग अपनी त्वचा पर रगड़ कर जांच ले यदि वहां पर जलन और चकत्ते निकले तो आपको मेथी के प्रयोग से बचना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान इसा प्रयोग न करें। इसके प्रयोग से आपको पेट दर्द की दिक्कत हो सकती है।
  • अगर आप किसी बिमारी की दवा लें रहे हैं तो मेथी दानों (fenugreek seeds) के प्रयोग से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह करें।

FAQ’s

सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीने से क्या फायदा होता है?

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