Dalchini Ke Fayde hindi me -दालचीनी को एक सुगंधित मसाले एवं खाने के स्वाद को बेहतर करने के लिए जाना जाता है।
दालचीनी का काम सिर्फ रसाई तक ही सीमित नहीं है इसका प्रयोग आयुर्वेद में एक दवा के रूप में कई बिमारियों के इलाज कई वर्षो से किया जाता रहा है।
दालचीनी में पाये जाने वाले तत्व इसको कई प्रकार की बिमारियों से लड़ने में मददगार बनाती हैं।
वैज्ञानिकों की माने तों दालचीनी का प्रयोग सिर्फ आयुर्वेद में ही नहीं अंग्रेजी दवाओं में भी किया जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा श्रोत है।
साथ ही इसमें विटामिन ए, सी, ई, के, प्रोटीन, फैटी ऐसिड, कार्बोहाइड्रेट और आमेगा—3, ओमेगा—6 की प्रचूर मात्रा पाई जाती है।
इन गुणों के कारण यह हृदय रोग, मधुमेय, कैंसर, बढ़ते वजन जैसे रोगों के ईलाज में फायदेमंद है।
आगे के लेख में हम दालचीनी के बारे में और इससे होने वाले फायदों के बारे में जानेंगे।
दालचीनी क्या है? Dalchini Kya Hai?
इतिहास में वास्को डीगामा और क्रिस्टोफर जिन मसालों की खोज में निकले थे उनमें से एक थी दालचीनी।
ऐसा माना जाता है कि दालचीनी को श्रीलंका में खोजा गया था। परन्तु इसको भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में भी पाया गया है।
यह एक कीमती जड़ीबूटी है। दालचीनी के वृक्ष का वैज्ञानिक नाम सिन्नेमोमम वेरम है।
इसका कुल लौरालेसी है। सामान्य भाषा में इसे दालचीनी या सिनामन और संस्कृत में त्वाक कहा जाता है।
दालचीनी का गुण गर्म होता है इसी कारण इसका उपयोग कफ को हटाने के लिए भी किया जाता है।
दालचीनी को पेड़ की अन्दर की छाल से प्राप्त किया जाता है।
इसका वृक्षा पूरे साल हरा रहता है। इसकी कारण से यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में प्रूचर मात्रा में पाया जाता है।
दालचीनी के वृक्ष की छाल ही नहीं उसके पत्ते भी मसाले के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।
दालचीनी के फायदे Dalchini Ke Fayde hindi me
दालचीनी के फायदे डायबिटीज में – Dalchini Powder for Diabetes in Hindi
दालचीनी का प्रयोग डायबिटीज रोग के निदान में किया जाता है।
दालचीनी टाइप-2 डायबिटीज के लिए लाभदायक होती है। यह उनमें शुगर को संतुलित करती है।
दालचीनी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद होती है।
एक सर्वे से पता चला है कि जो लोग अपने भोजन में दालचीनी का प्रयोग करते हैं उनके रक्त में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित रहता है और डायबिटीज के खतरे को कम कर देता है।
मधुमेय अर्थात डायबिटीज टाइप—2 के रोगियों को नियमित तौर पर 1 चम्मच से दो चम्मच तक दालचीनी लेनी चाहिए इससे रोगियों में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
अत: डायबिटीज के रोगी को अपने नियमित भोजन में इसका प्रयोग करना चाहिए।
आप अपने नाश्ते में, दिन के भोजन में एवं रात्रि भोज में इसका प्रयोग या फिर चाय—काफी में भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
दालचीनी के फायदे हृदय स्वास्थ्य में – Dalchini Good for Your Heart in Hindi
वर्तमान समय में लोग अपने खान—पान का जरा भी ध्यान नहीं रखते हैं।
इसके कारण उन्हें हृदय से सम्बन्धित बिमारियां लगने का खतरा बढ़ जाता है।
इसके लिए हमें दालचीनी का प्रयोग करना चाहिए।
दालचीनी में पाये जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हमारे दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
यह हमारे हृदय के आस—पास की धमनियों को संक्रमण से बचाने में मदद करती है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी उतकों के सूजन को कम करता है जिससे हृदय आघात का खतरा काफी कम हो जाता है।
दालचीनी के उपयोग कैंसर में – Dalchini Prevents Cancer in Hindi
दालचीनी में कीमोप्रेंटिव गुण पाये जाते हैं जिससे यह हमारे शरीर में कैंसर की कोशिकाओं के विकास नियंत्रित करता है और कैंसर को फैलने से रोकता है।
दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एपोप्टोसिस-इंडयूसिंग, एंटी-प्रोलिफेरेटिव तत्व पाये जाते हैं जो एक प्रकार से कीमोप्रेंटिव एजेंट की तरह कार्य करते हैं और कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देते हैं।
एक शोध से पता चला है कि दालचीनी में पाये जाने वाले तत्व कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते है।
जब हम अपने रोजमर्रा के भोजन में इसको शामिल करते हैं तो यह कैंसर को रोकने में सहायता करता है।
इसके साथ ही दालचीनी ल्यूकेमिया और लिम्फोमा कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देता है।
एक अन्य शोध में यह देखा गया है कि दालचीनी में पाये जाने वाला एंटी कैंसर गुण अन्य कैंसर के साथ ही त्वचा के कैंसर के खिलाफ भी मदद करता है।
पर यह ध्यान देना जरूरी है कि दालचीनी किसी भी प्रकार से कैंसर का निश्चित उपचार नहीं है।
कैंसर से पीड़ित रोगी को सिर्फ दालचीनी का ही प्रयोग नहीं करना चाहिए बल्कि अपने डॉक्टर से ईलाज करना जरूरी है।
क्योंकि यह सिर्फ एक बचाव है ईलाज नहीं।
दालचीनी के उपयोग रक्त परिसंचरण में Dalchini for Blood Circulation in Hindi
रक्त परिसंचरण को सही रखने के लिए दालचीनी में मौजूद कौमारिन नामक तत्व हमारे लिए काफी लाभदायक होता है।
यह रक्त को गाड़ा होन से रोकता है और इसे पतला करता है। जिस कारण हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण सही प्रकार से चलता है।
पर एक ध्यान रखने योग्य बात यह है कि दालचीनी की अधिक मात्रा का प्रयोग करने से रक्त अधिक पतला होने का डर रहता है इससे हमारे लिवरी की कार्यशैली पर प्रभाव पड़ सकता हैं।
इसलिए दालचीनी का प्रयोग किसी जानकार की देखरेख में करना उचित होता है या फिर इसका प्रयोग कम मात्रा में करें।
दालचीनी गर्म तासीर की होती है जिस कारण यह मारे शरीर को गर्म रखती है। इससे हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण ठीक रखने में मदद मिलती है।
अत: हमें अपने रक्त परिसंचरण को यदि सुधारना है तो हमें नियमित तौर पर निश्चित मात्रा में दालचीनी का प्रयोग करना लाभदायक होता है।
दालचीनी का त्वचा के लिए उपयोग – benefits of Dalchini for skin in hindi
हमारी त्वचा के लिए दालचीनी काफी लाभदायक है।
इसके पौष्टिक तत्वों के कारण यह हमारे चेहरे व शरीर में हो रहे दानों व मुंहासों को ठीक करने में मदद मिलती है।
यह हमारी त्वचा की सतह तक सही मात्रा में आक्सीजन व रक्त का प्रभाव सही रखने में मदद करता है।
जिससे त्वचा से सम्बन्धीत परेशानी से मुक्ति मिलती है।
दालचीनी का फेसपैक
इसको बनाने के लिए तीन चम्मच शहद में एक चम्मच दालचीनी के पाउडर को मिलाकर कर एक पेस्ट बना लेना चाहिए।
तथा जिस जगह पर दाने या मुहासे हो रहे है वहां पर रात के समय लगाकर छोड़ दें और सुबह अच्छी तरह से साफ कर लें ऐसा एक से दो सप्ताह तक करने पर लाभ होता है।
दालचीनी को बालों के लिए – dalchini ke fayde for hair in Hindi
बालो को घना एवं सुन्दर बनाने के लिए दालचीनी के पेड़ की पत्तियों का प्रयोग करते हैं।
यह बालों की फोलिकल्स की उपज को बढ़ाकर बालों को घना करने में सहायता मिलती है।
इसकी पत्तियों से बने पेस्ट को सीधे अपने बालों में लगाकर कुछ समय बाद धो लेना चाहिए।
पर इससे कुछ फायदा होता है इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
दालचीनी के उपयोग कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए – Dalchini for Cholesterol in Hindi
दालचीनी में पाये जाने वाले तत्व हमारे शरीर में पदा होने वाले खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है वहीं वह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है।
इससे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के खतरे से निपटने में मदद मिलती है।
अगर आपको अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना है तो आपको नियमित तौर पर दालचीनी को खाने के अलावा चाय, काफी में भी छिड़क कर प्रयोग कर सकते हैं।
दालचीनी पाउडर है गठिया के दर्द को कम करने में सहायक – Dalchini Powder and Honey for Arthritis in Hindi
जिन लोगों को गठिया का दर्द होता है उनके लिए दालचीनी काफी फायदेमंद होती है।
इसके लिए सुबह व साम को एक चम्मच शहद के साथ दालचीनी का पाउडर को खा लेना चाहिए।
इसका प्रयोग एक से दो सप्ताह में करने के बाद काफी फायदा होगा।
दालचीनी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर – Dalchini Source Of Antioxidants in Hindi
दालचीनी में प्रचूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाया जाता है।
दालचीनी में प्रोसानिडिन्स नामक केमिकल पाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेंट के द्वारा कि जाने वाली क्रियाओं में नियंत्रण रखता है।
एंटी आक्सीडेंन्टस हमारे शरीर के लिए फायदेमन्द होता है और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का बढ़ाने में मदद करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने से हमें कई प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
दालचीनी पेट और पाचन के फायदेमंद – Dalchini beneficial for stomach and digestion
जिन लोगों को पेट से सम्बन्धी परेशानियां हैं जैसे खाने के पचने में दिक्कत होना, पेट में दर्द रहना तो उनको दालचीनी का प्रयोग करना चाहिए।
आयुर्वेद में दालचीनी का प्रयोग पेट से सम्बन्धी बिमारियों में किया जाता रहा है।
इसमें पाया जाने वाले एंटी-माइक्रोबियल गुण पाचन तंत्र व पेट के संक्रमण को ठीक कर देते हैं।
दालचीनी के फायदे वजन कम करने में — Dalchini benefits in reducing weight
आजकल हर कोई वजन के अनियमित बढ़ने से परेशान है इसके लिए दालचीनी का प्रयोग किया जा सकता है।
इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स एक तरह का एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो इंसुलिन की क्षमता को बढ़ा देता है और शरीर में मैदा होने वाले ग्लूकोज के स्तर को रक्त में एक सीमा तक नियंत्रित रखता है।
इससे होता यह है कि हमारे शरीर का वजन नहीं बढ़ता है।
इसके साथ ही इससे डायबिटीज की बिमारी में भी लाभ होता है।
दालचीनी का प्रयोग कैसे करें ? – How to use Dalchini in Hindi
दालचीनी का प्रयोग आप कई प्रकार से किया जा सकता है।
इसको शहद, दूध, तेल, चाय, जूस आदि के साथ प्रयोग किया जाता है।
दालचीनी को दूध के साथ प्रयोग करने से अनिद्रा में काफि फायदा होता है।