चूने से मस्से का इलाज(Treatment of warts with lime)-मस्से को हटाने के लिए चूने का प्रयोग करना काफी फायदेमंद होता है। चुने के प्रयोग से बिना किसी साइड इफेक्ट के मस्सों को आसानी से हटाया जा सकता है।
मस्सों को हटाने के लिए लोग कई तरह के इलाज कराते हैं व अपना पैसा भी बर्बात करते हैं। इससे उनको कुछ ज्यादा फायदा नहीं होता है। परन्तु घरेलू उपाय के रूप में चूने से बिना कुछ ज्यादा खर्च किये मस्सों का इलाज आसानी से किया जा सकता है।
तो आइये इसको पूर तरह से जानते हैं कि हम मस्से को कैसे हटा सकते हैं। कौन है जो खुबशुरत नहीं लगना चाहता है। हर कोई अपनी खुबशुरती को बनाये रखने के लिए महंग इलाज भी कराता है।
पर हमारी त्वचा कई प्रकार की समस्या से प्रभावित रहती हैं।
कुछ समस्यायें सामन्य होती हैं और कुछ गम्भीर। सामान्य समस्याओं में से एक है हमारे त्वचा में होने वाले मस्से।
ऐसा माना जाता है कि मस्से बनने का कारण हमारी त्वचा के फैलने के बजाय उस मांस के आपस में मिलकर एक जगह इकठ्ठा हो जाना है। इन कोशिकाओं को मिलेनोसाइड कहा जाता है।
जब यह कोशिकायें इकठ्ठा हो जाती हैं और सूर्य की किरणों के सम्पर्क में आती हैं तो इनका रंग काल या भूरा सा हो जाता हैं। इन निशानों को या त्वचा से निकले मांस को ही मस्सा या तिल कहा जाता है।
इसे एक आम समस्या की तरह देख जाता रहा है। पर यह हमारी त्वचा में अक्सर हो जाते हैं और हम इन्हें हटाने के लिए आतुर रहते हैं क्यों कि यह हमारी त्वचा की खुबशुरती को कम कर देते हैं।
masa hatane ka gharelu upay के बारे में जानने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए मस्सा क्या है?
और किन कारणों से होता है। मस्सा दर्द रहित काले व भूरे रंग का उड़द की दाल के बराबर की फुंसी होती है।
इसे संस्कृत भाषा में ‘माष’ कहते हैं क्योंकि यह हमारे बढ़े हुए मांस से ही होता है और सामान्य बोलचाल भाषा में मस्सा कहते हैं।
मस्सा ‘ह्युमन पैपिल्लोमा वाइरस‘ के कारण होते हैं एवं हमारे शरीर में पैदा होने वाली अशुद्धियों से भी होते हैं।
मगर ध्यान देने योग्य बात यह है कि मस्से को कभी फोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि यह वाइरस अन्य स्थानों में भी फैल सकता है।
जिसके कारण अन्य स्थानों में मस्से पैेदा हो सकते हैं। यह अक्सर हाथों व पैरों में ही होते हैं पर कभी—कभी चेहरे पर भी पाये जाते हैें। जो आपकी खूबसूरती को कम कर देते हैं।
अगर किसी व्यक्ति के चहरे में मस्से हो जाते हैं तो वह कई प्रकार के इलाजों को उपयोग में लाता है। फिर भी उसे सफलता हासिल नहीं हो पाती है।
आपके चेहरे व त्वा में जहां मस्से हो जाते हैं तो उस जगह की खुबशुरती खत्म हो जाती है।
हम इस लेख में आपको चूने से मस्से का इलाज को हटाने का अचूक घरेलू उपाय बतायेंगे जिसमें है चूने का प्रयोग।
चूने से मस्से का इलाज का अचूक घरेलू उपाय
चूने और पान के पत्ते का उपयोग —
मस्सो को पूर्ण रूप से हटाने के लिए हमें चूने का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए हमें पान का पत्ता व चूना चाहिए जो आपको किसकी पान की दुकान में मिल जायेगा याद रखे इसक लिए वही चूना इस्तेमाल करें जो पान बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
चूने को पान के पत्ते की डन्ठल की ओर लगाकर उस प्रभावित जगह पर ही लगाना चाहिए जहां पर मस्सा हो। उसे तब तक ऐसे ही लगा छोड़ देना चाहिए जब तक कि चूना सूख न जाए।
जब चूना सूख जाए तो इसे हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
जब यह साफ हो जाएगा तो आपको अन्तर साफ दिखेगा उस जगह से मस्सा बिल्कुल साफ हो जाएगा।
इस विधि से मस्सा हटाने का एक बहुत बड़ा फायदा यह होता है कि उसे स्थान पर बिल्कुल भी निशान नहीं रहता और आपकी त्वचा बिल्कुल साफ दिखाई देती है।
चेहरे के मस्से का आयुर्वेदिक उपचार
चूने और घी का उपयोग —
इस विधि में हम चूने औेर घी को बराबर—बराबर मात्रा में लेते हैं औेर आपस में अच्छी तरह मिला लेते हैं और उसके बाद इस तैयार पेस्ट को मस्से वाली जगह में दिन में 2 से 3 बार लगाते हैं।
ऐसा करने से मस्सा धीरे—धीरे अपने आप आपकी त्वचा से हट जायेगा और उस जगह दूबारा नहीं होगा।
मस्सों को हटाने के लिए अचूक उपाय के रूप में चूने का प्रयोग करना हमारे लिए लाभकारी होता है। अत: अगर मस्सों से परेशान हैं तो आपको चूने व पान के पत्ते का प्रयोग करना चाहिए।
masse par chuna kaise lagaye
चुना masse पर लगाने के लिए सबसे पहले masse को गर्म पानी से धो लें। फिर सूखा करके चुना लगाएं और उसे अपनी जगह पर रखें। रात भर चुना लगाकर रखें और सुबह नहाने से पहले उसे हटा दें। इसे नियमित रूप से करने से masse में सुधार होता है।
चूना और सर्फ लगाने से क्या होता है?
चूना और सर्फ दोनों ही एक प्रकार का विरोधी एजेंट होते हैं जो जीवाणुओं और अन्य कीटाणुओं को मारते हैं। इन दोनों चीजों को त्वचा पर लगाने से वे जीवाणु और कीटाणु जो त्वचा के ऊपर होते हैं, मर जाते हैं।
masse ka ilaj-चूना एक प्रकार का संगठित रेत होता है जो कैल्शियम कार्बोनेट से बना होता है। यह त्वचा पर लगाने से उसमें मौजूद एल्कलाईन मदों के कारण त्वचा के बाहरी सतह पर रेत की पत्ती बन जाती है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है जो कि वार्ट जैसे त्वचा संक्रमणों का कारण होते हैं।
सर्फ एक रसायन होता है जो अमोनिया या सोडियम हाइड्रोक्साइड के माध्यम से बनाया जाता है। यह त्वचा पर लगाने से त्वचा के ऊपरी सतह पर मौजूद कीटाणु और जीवाणु मर जाते हैं। इसका उपयोग स्केलिंग या फ्लेकिंग की समस्या से निजात पाने के लिए भी किया जाता है।
चूना से तिल कैसे हटाए?
तिल त्वचा पर होने वाली एक सामान्य समस्या होती है जो कई लोगों को परेशान करती है। अगर आप तिल को हटाने के लिए चूना का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको इस तरह से करना चाहिए:
सामग्री:
- चूना
- गुलाब जल
- कपड़ा
Steps: चूना से तिल कैसे हटाए?
- सबसे पहले, एक छोटी सी मात्रा में चूना लें।
- अब उसे थोड़े से गुलाब जल के साथ मिलाएं। आप इसे एक पेस्ट की तरह बना सकते हैं।
- अब तिल के ऊपर इस पेस्ट को लगाएं। आप इसे लगाने के लिए एक कपड़े का उपयोग कर सकते हैं।
- इसे 15-20 मिनटों तक छोड़ दें ताकि पेस्ट खुबसूरती से सूख जाए।
- फिर ठंडे पानी से धो दें और सूखे कपड़े से अपनी त्वचा को पोंछ लें।
ध्यान दें कि चूना एक उच्च अल्कलाईन पदार्थ होता है, इसलिए इसे ध्यान से इस्तेमाल करें। इस प्रक्रिया को नियमित रूप से करने से पहले एक डॉक्टर से परामर्श करें ताकि आपकी त्वचा के लिए इसका उपयोग सही हो।
मस्से किसकी कमी से होते हैं?
मस्सों के उत्पन्न होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे गैर स्वस्थ आदतें, विशेष रूप से तंबाकू खाना, त्वचा के संपर्क में आने वाले जहरीले तत्व या त्वचा के अंदर बॉयलर, स्टेम बाथ, या धूल के कारण।
यदि हम संपर्क में आने वाले जहरीले तत्वों की बात करें तो, मस्से उन जहरीले तत्वों के कारण उत्पन्न होते हैं जो व्यक्ति के शरीर में जम जाते हैं। ऐसे तत्वों में एक प्रमुख होता है एल्युमिनियम, जो सामान्यतया लघुलेखक में पाया जाता है।
दूसरी ओर, मस्से उत्पन्न होने के बाद उन्हें बढ़ाने वाली कुछ आदतें भी होती हैं। उदाहरण के लिए, धुम्रपान, अधिक धूल, त्वचा के संपर्क में आने वाले अलग-अलग धातुओं से बनी ज्वालामुखी, विशेष रूप से निकलने वाली धूम्रपान युक्त पदार्थों का उपयोग और शराब की अधिक सेवन करने से मस्से उत्पन्न होते हैं।
मस्से पर लहसुन लगाने से क्या होता है?
लहसुन मस्सों के उपचार में एक आयुर्वेदिक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। लहसुन में मौजूद ऐलिसिन नामक एक एंटीबैक्टीरियल तत्व होता है जो कि बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। इसके अलावा लहसुन में एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण भी होते हैं जो कि मस्सों के विकारों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
लहसुन को आमतौर पर मस्सों पर लगाने से पहले पीसा जाता है और फिर लगाया जाता है। इससे मस्सों के उच्च आवेश से राहत मिलती है और उन्हें शांत करने में मदद मिलती है। लहसुन में मौजूद एंटीबैक्टीरियल तत्व के कारण, यह मस्सों के संक्रमण को रोक सकता है और उन्हें ठीक करने में मदद करता है।
हालांकि, मस्सों के उपचार के लिए एक योग्य चिकित्सक से सलाह लेना बेहतर होगा। उन्हें आपके मस्सों के प्रकार और आपकी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर सही उपचार का सुझाव दिया जा सकता है।
प्याज के रस से मस्से कितने दिन में दूर होते है?
प्याज के रस में एंटीबैक्टीरियल तत्व पाया जाता है, जो कि मस्सों के लिए उपयोगी होता है। मस्सों के लिए प्याज के रस का उपयोग करना एक प्राकृतिक और असरदार उपचार हो सकता है।
हालांकि, मस्सों के उपचार के लिए एक दिन में दूसरे दिन के तुलना में समय नहीं बताया जा सकता है, क्योंकि यह मस्सों के प्रकार और आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है।
मस्सों को हटाने के लिए, आपको रोजाना कुछ समय तक प्याज के रस को मस्से पर लगाना होगा। इसे रात को सोते समय लगाया जाना अधिक फायदेमंद होता है। इस तरह के उपचार का उपयोग करने से मस्से थोड़े समय में हटने लगते हैं, लेकिन फिर भी, अधिक समय तक उपचार करने से बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।