Ghadi Phool – “घड़ी फूल” एक प्रकार का फूल होता है जो कुछ ऐसे पौधों से मिलता है जो उष्णकटिबंधीय या शीतकटिबंधीय जलवायु में उगते हैं अर्थात यह फूल गर्म जगहों पर ही उगता है। यह कहा जाता है कि यह फूल दिखने में घड़ी की तरह ही दिखता है इस कारण से इसे “घड़ी फूल” कहलाता है, कुछ जगह यह मान्यता है कि जिस जगह से फुल निकला है उस वह जगह दिखने में घड़े के आकार का होता है इसी कारण से इसे घड़ी फूल कहा जाता है।
घड़ी फूल बहुत प्रकार के रंगों में पाया जाता है, जैसे कि सफेद, पीला, लाल, नारंगी, गुलाबी आदि। इनमें से कुछ फूलों की खुशबू भी बहुत मधुर होती है।
घड़ी फूल आमतौर पर बगीचों और पार्कों में लगाया जाता है और यह एक लोकप्रिय फूल होता है जो अपनी खूबसूरतता के लिए जाना जाता है। इसके अलावा इसका व्यवसायिक उपयोग भी होता है जिस कारण से यह आर्थिक रूप से फायदेमंद भी माना जाता है क्योंकि इससे तेल निकाला जाता है जो उपयोग में आता है।
घड़ी फूल — Blue Passion Flower
घड़ी फूल का इतिहास —
घड़ी फूल का इतिहास बहुत पुराना है। इसकी उत्पत्ति दक्षिण अमेरिका और मैक्सिको से हुई थी। इसे पहली बार 15 वीं शताब्दी में यूरोप में लाया गया था, जहां इसे लोकप्रिय फूल के रूप में उपयोग किया जाना शुरू हुआ।
Ghadi Phool उत्तर अमेरिका में बहुत प्रचलित हैं और इसे “कोलम्बिन” के नाम से भी जाना जाता है। यह फूल उष्णकटिबंधीय जलवायु में भी उगता है, जहां यह बारिश के बाद बहुत तेजी से फूलता है। इसका बीज बहुत हल्का होता है और इसकी खेती करना बहुत ही आसान होती है।
सर्वप्रथम इसको 17 वीं शताब्दी में ब्रिटेन में उगाया गया था। जिसमें बाद यह बहुत ही लोकप्रिय हो गया था। जिस कारण से आज के समय में यह पूरे विश्व में बहुत लोकप्रिय है। इसे आधुनिक समय में व्यापक रूप से बगीचों और पार्कों में उगाया जाता है और इसकी खुशबू, रंग और सुंदरता के कारण लोग इसे अपनी बागबानी में लगाना पसंद करते हैं।
घड़ी फूल की खेती —
Ghadi Phool की खेती बहुत सरल होती है। इसे बीज से या फिर पौधे से निकलने वाले छोटे पौधों से लगाया जा सकता है। यह फूल अधिकतर धूप में अच्छी तरह से उगता है और उष्णकटिबंधीय जलवायु को पसंद करता है।
घड़ी फूल की खेती के लिए मिट्टी किस प्रकार की हो इसके बारे में सोचना नहीं होता है यह किसी भी मिट्टी में उग जाताहै जहां पर पानी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। यह अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी में बहुत ही अच्छी प्रकार से उगता है। यह फूल खेत में आसानी से उगाया जा सकता है, लेकिन उपयुक्त खाद का उपयोग करना आवश्यक होता है। उचित खाद घड़ी फूल की उन्नति और उन्नत फूल विकास के लिए आवश्यक होती है।
घड़ी फूल फसल को नियमित तौर पर पानी देना आवश्यक होता है। Ghadi Phool निरंतर नम रखने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन इसे सूखे से बचाना होता है। इसके अलावा, फसल के भीतर कीटों और बीमारियों से बचने के लिए नियमित रूप से प्रतिरोधक उपचार किया जाना चाहिए।
घड़ी फूल की फसल में प्रति वर्ष दो से तीन करोड़ फूल तक पैदा हो सकते हैं, इसलिए Ghadi Phool एक अधिकतम लाभदायक फसल में से एक है। यह फसल उत्पादन के लिए आधुनिक तकनीक के साथ बढ़ती हुई उद्यमिता में सक्रिय भूमिका निभाती है। अगर समय और उपयुक्त तकनीक का उपयोग किया जाए तो इससे अधिक भी उत्पाद दोहराया जा सकता है।
घड़ी फूल की फसल में अधिकतम उत्पादकता के लिए, इसे समय पर फसली उत्पादों को जलाने के लिए उचित समय पर बार-बार पानी देना आवश्यक होता है। उचित खेती तकनीक का उपयोग करने से फसल में कीट एवं रोगों से बचा जा सकता है। फसल के बीच में फसली फसलें लगाकर या उन्नत तकनीकों का उपयोग करके उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है।
घड़ी फूल की प्रजातियां –
Ghadi Phool के कई प्रजातियां होती हैं जो रंग, आकार और अनुभव के आधार पर अलग-अलग होती हैं। कुछ लोकप्रिय प्रजातियां निम्नलिखित हैं:
- बेला दोराजी : यह प्रजाति जीवंत और बड़ी फूलों के लिए जानी जाती है। इसके फूल बड़े, उल्लेखनीय और सुंदर होते हैं।
- एक्सेल्सा : इस प्रजाति के फूल चौड़े और अनुपम होते हैं। इसके फूलों का रंग पीला, नारंगी और लाल होता है।
- ग्लोरियोसा : इस प्रजाति के फूल बड़े, सुंदर और जीवंत होते हैं। इसके फूलों का रंग गहरा लाल होता है।
- मूण स्ट्राइक : इस प्रजाति के फूल लगभग गोल होते हैं और इनके बीच में एक सफेद या भूरे रंग का चक्र होता है।
- रोयल ओक: इस प्रजाति के फूल बड़े होते हैं और इनका रंग गहरे लाल या गुलाबी होता है। इनके बीच में अंगूठे जैसे चौबीस या बत्तीस दाने होते हैं जो उन्हें विशेष बनाते हैं।
यह कुछ लोकप्रिय Ghadi Phool की प्रजातियां हैं जिनके बारे में उपर बताया गया है। यह सभी बहुत ही सुन्दर लगते हैं।
घड़ी फूल का उत्पादन दोगुना करने के उपाय —
घड़ी फूल का उत्पादन दोगुना करने के लिए निम्नलिखित उपायों का उपयोग किया जा सकता है:
- समय पर समय और उचित तकनीक का उपयोग करें : फसल को समय पर फसली उत्पादों को जलाने के लिए उचित समय पर बार-बार पानी देना आवश्यक होता है। उचित खेती तकनीक का उपयोग करने से फसल में कीट एवं रोगों से बचा जा सकता है।
- उचित बीज का उपयोग करें : उत्पादकता को बढ़ाने के लिए, उचित बीज का उपयोग करना आवश्यक होता है। उचित बीज उच्च उत्पादकता देते हैं और रोगों से सुरक्षित होते हैं। उचित बीज उच्च उत्पादकता देते हैं और बीजों के साथ उचित वितरण प्रणाली का उपयोग करना आवश्यक होता है। उचित वितरण प्रणाली के उपयोग से बीजों की सटीक मात्रा में फसल फलती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।
- खेती तकनीकों का उपयोग करें : फसल के बीच में फसली फसलें लगाकर या उन्नत तकनीकों का उपयोग करके उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है।
- खेती के दौरान समुचित खाद और जैविक उपयोग करें : फसल के उत्पादकता में वृद्धि के लिए समुचित खाद और जैविक उपयोग करना आवश्यक होता है। इससे फसल में आवश्यक तत्वों की मात्रा बनी रहती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।
- उत्पादकता को बढ़ाने के लिए प्रेरित करें : उत्पादकता को बढ़ाने के लिए फसल को उत्पादन में अधिक मात्रा में फलने के लिए प्रेरित करना आवश्यक होता है। निम्नलिखित उपायों का उपयोग करके फसल को प्रेरित किया जा सकता है।
- उचित समर्थन और प्रबंधन का उपयोग करें : फसल को उत्पादकता में बढ़ावा देने के लिए उचित समर्थन और प्रबंधन का उपयोग करना आवश्यक होता है। इसके लिए फसल की नियमित देखभाल, फसल की फसलों के साथ अच्छे संबंध, उचित खेती तकनीक और समुदाय से सहयोग की आवश्यकता होती है।
- समुचित सिंचाई का उपयोग करें : फसल को समय पर समुचित सिंचाई देना आवश्यक होता है। इससे फसल में उच्च उत्पादकता दर्शाई जा सकती है। उचित सिंचाई से फसल की वृद्धि होती है और इससे फसल में कीट एवं रोगों से बचाया जा सकता है।
इन सभी उपायों का उपयोग करके फसल Ghadi Phool की उत्पादकता को आसानी से बढ़ाया जा सकता है।
घड़ी फूल को पानी कब देना चाहिए —
घड़ी फूल एक जलाशयी फूल होता है जिसे नियमित रूप से पानी देना आवश्यक होता है। इसे खेती के लिए उपयुक्त तापमान 15-25 डिग्री सेल्सियस होता है। इसे समय-समय पर सिंचाई देना आवश्यक होता है।
जब फसल बढ़ने लगती है, तब उसे नियमित रूप से पानी देना शुरू कर दें। पानी की मात्रा फसल के आयतन और वातावरण के आधार पर निर्धारित की जानी चाहिए। फसल को अधिक पानी नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे उसमें दस्तुरी की समस्या हो सकती है और फसल की वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सामान्यतः खेती के दौरान प्रति हफ्ते कम से कम दो बार पानी देना चाहिए। तो अगर आप घड़ी फूल को खेती कर रहे हैं, तो नियमित रूप से पानी देते रहें और मौसम की विषमता के आधार पर इस मात्रा को बदलते रहें।
घड़ी फूल के बारे में कुछ रोचक तथ्य —
- घड़ी फूल एक सुखद तथा एक समय में एक ही फूल देने वाला पौधा होता है। यह फूल रात में खुलता है और सुबह ढलता है।
- घड़ी फूल अधिकतर रूपों में सफेद, हल्के गुलाबी, लाल या नारंगी रंग का होता है।
- घड़ी फूल एक बहुमुखी पौधा होता है और इसे आसानी से कटिंग से प्रजनन किया जा सकता है।
- इस फूल का वैज्ञानिक नाम “सेरीन्गा” है, जो यूनानी शब्द “सीरीज़” से लिया गया है जिसका अर्थ होता है “ट्यूब”। यह इसलिए है क्योंकि फूल की ऊतक एक ट्यूब जैसी दिखती है।
- घड़ी फूल का ताजा फूल खुशबूदार होता है और इसे पारंपरिक तौर पर प्रयोग में लाया जाता है। इस फूल से तेज़ी से फैलने वाली खुशबू एक मानव फेरोमोन के रूप में काम करती है और यह लोगों के बीच रोमांस के भावों को उत्तेजित करती है।
- घड़ी फूल को विश्व में सुबह की पहली रेलगाड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
- ये फूल लंबे समय तक टिका रहते हैं और अधिकतर पौधों से अधिक देर तक खिलते रहते हैं।
- घड़ी फूल का रंग लाल, पीला, नारंगी, गुलाबी और सफ़ेद होता है।
- इनकी खुशबू मधुमेह और ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए लाभदायक होती है।
- घड़ी फूल का वैज्ञानिक नाम ‘Dianthus’ है, जो यूनानी शब्द ‘दिव्य’ से लिया गया है जो दिव्यता या भव्यता का संकेत करता है।
- घड़ी फूल का पुराना रोमांटिक महत्व है, जिसे यूनानी सम्राट अलेक्जेंडर द्वारा प्रशंसित किया जाता था।
घड़ी फूल के चिकित्सक गुण —
घड़ी फूल में बहुत से चिकित्सक गुण हैं जो कई बिमारियों में उपयोगी हैं। निचे इसके कुछ चिकित्सक गुणों को बताया गया है —
- दिमाग को ताकत देना- घड़ी फूल में मौजूद विटामिन ए एक बहुत बड़ा फायदा है जो दिमाग को ताकत देता है।
- कमजोरी का उपचार -घड़ी फूल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की वजह से इसका उपयोग शरीर की कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है।
- गुणा संचय- घड़ी फूल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और इससे हमारे शरीर में उपयोगी पोषण तत्वों का संचय होता है।
- त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार- घड़ी फूल में विटामिन ई मौजूद होता है जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह त्वचा को नरम, मुलायम और चमकदार बनाता है।
- एंटीऑक्सिडेंट गुण- घड़ी फूल में एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर को कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
- रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार – घड़ी फूल में विटामिन सी, पोटेशियम, और मैग्नीशियम आदि एक समय पर होते हैं, जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं।
- डायबिटीज के लिए उपयोगी – घड़ी फूल में मौजूद विटामिन सी एक उच्च एंटीऑक्सिडेंट है, जो शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- कैंसर से लड़ने में मददगार – घड़ी फूल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट विटामिन सी, कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
- सुषुप्ति के लिए मददगार – घड़ी फूल शाम को प्रयोग करने से अच्छी नींद मिलती है। इसलिए, इसका सेवन असमय सुषुप्ति से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- एक्जीमा को कम करने में मददगार – घड़ी फूल के तेल का उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे एक्जीमा को कम करने मदद करती है।
क्या घड़ी फूल इनडोर प्लांट के रूप में भी काम करता है —
हां, घड़ी फूल इंडोर प्लांट के रूप में भी काम करता है। यह आपके घर के अंदर भी उगाया जा सकता है और आपके घर के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, घड़ी फूल के पौधे इंडोर प्लांट के रूप में अपनी बिजली की खपत को भी कम कर सकते हैं जो आपके बिजली बिल पर प्रभाव डालता है। इसके अलावा, यह घड़ी फूल अंदर रखने के लिए आकर्षक होता है और अपने सुंदर फूलों के साथ स्वस्थ वातावरण बनाता है।
दोस्तों हमने इस लेख में Ghadi Phool के बारे में आपकेा पूरी जानकारी दी है। यह फूल बहुत ही सुन्दर है जिसको आप अपने गार्डन या फिर अन्दर लगाकर भी रख सकते हैं। यह आपके घर को और अधिक सुन्दर बना देगा। इसके अलावा हमें Ghadi Phool के चिकित्सक गुणों के बारे में आपको बताया है जिससे आपको पता चल पाया होगा कि यह किन—किन रोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका उपयोग कर आप इन रोगों से बच सकते हैं। दोस्तों यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।